Ahmedabad Plane Crash
12 जून 2025 को दहला देने वाली घटना सुनने को मिली जहाँ अहमदाबाद में हुयी जिसमे 242 लोग स्वार थे जिसमे कुछ भारतीय थे तो कुछ विदेशी लेकिन ऐसा कहा जा है इसमें एक व्यक्ति प्लेन क्रैश जैसे हुयी उसी वक़्त एक व्यक्ति ने तुरंत बाहर निकल आया और पूरी तरह ठीक हालत में उसे लगभग कुछ नहीं ऐसा माना जा रह है की यह एक भगवान का चमत्कार है लेकिन ऐसे चमत्कार की मौत के मुह से बाहर आया यह व्यक्ति चलिए जानते है की कैसे बचा यह व्यक्ति क्या थी इसकी सिट नंबर आईये जानते है
कहा जा रही थी यह प्लेन ?
यह अहमदाबाद से लन्दन को जा रही थी जिसमे 242 जिन्दगिया सवार थी जिसमे 230 यात्री और 12 क्रू मेम्बर थे और यह सरदार यह प्लेन सरदार बल्लभ भाई अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे से टेक ऑफ करती है लेकिन टेक ऑफ के 59 सेकंड बाद ही प्लेन एक बिल्डिंग से टकराती है और बूम यानि उसमे आग लग जाती जिसमे कई जाने एक आग के लपेट आकर झुलस जाती है
अब इसमें किसकी गलती है अभी पोस्ट करने तक इसकी पुस्टी नहीं हुयी है अभी इसकी जांच चल रही है और लोगो की मौत इस कदर हुयी है लोगो को पहचान पाना मुस्किल हो गया पूरा शरिर आग में झुलस गया है किसी की भी पहचान नहीं हो रही
और इसकी पहचान करने के लिए DNA टेस्ट करना पद रहा है यह अपने आप में पुरे दुनिया को भयवाह देने वाली घटना है इसी में एक व्यक्ति पूरी तरह ठीक है यह यमराज की मेहरबानी कहे या एक चमत्कार
कौन है यह व्यक्ति ?
इस ब्यक्ति का नाम बिश्वास कुमार रमेश बाताया जा रहा ही जो एक भारतीय है जो अपने पत्नी और बच्चो के साथ लन्दन में रहते है और वो भारत अपने परिवार से मिलने आये थे और वापस लौट रहे थे लन्दन उसी में अपने बड़े भाई अजय के साथ प्लेन से लन्दन जा रहे थे बताया जा रहा है की विश्वास कुमार रमेश की सिट नंबर 11 A थी जो आपातकालीन खिड़की के ठीक उसके बगल में होती है वही थी 11 A, और इनके भाई साहब दुसरे पंक्ति में थे
लेकिन जब प्लेन क्रेश होती है तो विश्वास कुमार तुरंत कूद के प्लेन से बाहर निकल आते है वो भी ठीक ठाक हालात में जो उनकी बहादुरी की पहचान बताती है , लेकिन इनके बड़े भाई साहब अजय की अभी तक पहचान नहीं की गयी की कौन लाश उनके भाई की है बताईये यह एक ऐसी घटना है जिसमे लाशें तक पहचानना मुश्किल हो गया है जो काफी दुखदायक घटना है पुरे देश को दुखित कर देने वाली यह घटना है
विश्वास कुमार बोल रहे है मुझे नहीं पता मई कैसे बचा जब क्रेश हुआ तो वो कूद के बाहर आये और मलबे दब गए और स्थानीय लोगो ने उन्हें मलबे से बाहर निकाला उनके आँखों के पास हलकी सी चोट थी बचने की में वजह उनकी सिट 11 A की आपातकालीन खिड़की के होना बताया जा रहा है लेकिन कुछ चोट उनको लगी और अभी अस्पताल में भारत है
चमत्कार से कम नही
विश्वास कुमार रमेश का इताने खतरनाक हादसे से बच पाना कोई चमत्कार से कम नहीं जहाँ कयी जिन्दगिया राख हो वहाँ से ऐसे बच जाना कोई चमत्कार से कम नहीं क्योकि इतिहास में कई ऐसे घटना हुयी है लेकिन उसमे कोई ऐसे नहीं बचा है हादसे में इसको भी गहरी चोटे आई शारीरिक चोट के साथ साथ इनको मानसिक चोट भी आई है और बोल रहे है की मुझे कुछ याद नहीं है क्या हुआ है कैसे हुआ है और बार बार अपने भाई अजय की जिक्र कर रहे है
मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के बच्चे भी मारे गए
विश्वास कुमार की हादसे से बचने तक नहीं है यह एक ऐसा त्रासदी है जिसने पुरे देश को झकझोर कर रख दिया है इस प्लेन हादसे की धमाका एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर जा गिरा जिससे वहाँ भी कई लोगो की मौत हुयी अभी यह बताना मुस्किल है की कितनी की मौते हुयी है |
लेकिन हादसे में मारे गए लोगो की खोज जारी है लेकिन पुरे सोशल मीडिया पर लोग विश्वास का बचना एक चमत्कार बताया जा रहा है और इसको इश्वर की कृपा भी कहा जा रहा है लेकिन विश्वास कुमार कह रहे है मै तो जिन्दा हु लेकिन मेरा भाई कहा है उनका यह सवाल उस हाल लोगो को रुला रहा है जो यह खबर सुन रहे है |और इस तरह के अचानक हादसे ने लोगो के अन्दर एक दर बना रहा है की कब क्या हो जाए कौन जाने प्रभु सबकी रक्षा करे !जय हिन्द !
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